हजारों साल बाद भी क्यों अधूरा है उत्तर भारत का सोमनाथ? क्या है भोजपुर मंदिर का रहस्य?

8 मार्च 2024

Credit: MP tourism

महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है.

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बेतवा नदी के तट पर बने भोजपुर मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन शिवलिंग है.

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इस प्राचीन विशालकाय शिवलिंग की आधार सहित ऊंचाई 40 फीट है. 

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भोजपुर मंदिर को उत्तर भारत का सोमनाथ भी कहा जाता है. 

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इस मंदिर का निर्माण और शिवलिंग की स्थापना धार के प्रसिद्ध परमार राजा भोज ने करवायी थी.

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हालांकि कुछ मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर की मूल स्थापना पांडवों ने की थी. .

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कहा जाता है कि मंदिर को सूर्योदय से पहले तक निर्मित होना था, सूर्योदय होते ही निर्माण रोक दिया गया था. 

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1010 से 1053 ई. के बीच बना भोजेश्वर मंदिर  वास्तुकला का एक अद्वितीय उदाहरण है.

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महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां भोजपुर उत्सव का आयोजन होता है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. 

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