'मदद करो...मैं मुसीबत में हूं', जब एक्टर का बिगड़ा दिमागी संतुलन, खानी पड़ी नींद की गोलियां

23 APRIL 2024

Credit: Instagram

बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी की फिल्म गली गुलियां साल 2017 में रिलीज हुई थी. लेकिन इसके किरदार का असर उनपर आज भी है. 

मनोज का मेंटल ब्रेकडाउन

मनोज ने राज शमानी को दिए इंटरव्यू में बताया कि फिल्म को भले ही 6 साल हो चुके हैं, लेकिन उस डार्क रोल की वजह से वो आज भी परेशान हो जाते हैं. 

मनोज ने कहा- वो बहुत मुश्किल रोल था, उसने मुझे मेंटली तोड़ दिया था. मुझे लगा था मैं अपना दिमागी संतुलन खो बैठूंगा. लेकिन मेरे पास कोई रास्ता नहीं था. 

मैं एक बार मैं किचन से अपने रूम तक जा रहा था तो मेरी पत्नी ने रोककर मुझे बताया कि बॉस तुम आजकल कुछ ज्यादा ही अपने आप से बातें करने लगे हो. ध्यान रखो. 

मैं उस किरदार की तैयारी में इतना घुस गया था कि खुद से बातें करने लगा था, परिवार भूल गया था. मेरी पत्नी को मेरी चिंता होने लगी थी. 

मुझ पर इतना गहरा असर पड़ा था कि मुझे मेरे दिमाग में सीटी की आवाज सुनाई देने लगती थी. शूट के 26वें दिन मैंने अपने डायरेक्टर को बताया था. 

मैंने कहा था- मेरी मदद करो, मैं मुश्किल में हूं. डॉक्टर ने बताया कि ये सब नर्वस ब्रेकडाउन के साइन्स हैं. मेरा दिमागी संतुलन बिगड़ने लगा था. 

मनोज ने कहा- उन्होंने मुझे नींद की गोलियां दी. मैं तुरंत सोने चला गया. मैं दो दिन तक सोया था. 

मनोज ने बताया कि गली गुलियां फिल्म को भले ही खास पहचान ना मिली हो, लेकिन ये उनके करियर की सबसे मुश्किल फिल्म थी. इसे वो कभी नहीं भूल सकेंगे.