घर में लकड़ी का मंदिर रखने से पहले जान लें वास्तु के ये 5 नियम, भारी पड़ेंगी गलतियां

आजकल घरों में लकड़ी के मंदिर रखने का चलन बढ़ गया है. यह न केवल दिखने में सुंदर लगते हैं, बल्कि घर में आध्यात्म और सकारात्मक संचार को भी बढ़ावा देते हैं.

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लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में लकड़ी का मंदिर रखने के कुछ खास नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य माना गया है.

1. वास्तु के अनुसार, घर में शीशम या सागौन की लकड़ी से बना मंदिर रखना अत्यंत शुभ माना जाता है. ये भी सुनिश्चित करें कि उस लकड़ी में दीमक न लगा हो.

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2. लकड़ी के मंदिर को घर में हमेशा पूर्व दिशा में रखें. ताकि पूजा करते समय आपकी पीठ पश्चिम दिशा की ओर रहे.

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यदि घर की पूर्व दिशा में मंदिर रखने के लिए पर्याप्त स्पेस नहीं है तो आप उत्तर दिशा में भी मंदिर रख सकते है. पूर्व और उत्तम दोनों ही दिशाएं बेहतर हैं.

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3. बताई गई दिशा में लकड़ी का मंदिर रखने के बाद उसमें लाल या पीले रंग का कपड़ा जरूर बिछाएं. इस कपड़े पर ही देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित करें.

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4. ध्यान रहे कि लकड़ी के मंदिर में कहीं भी धूल-मिट्टी या दीमक नहीं होना चाहिए. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ सकता है.

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5. घर में मंदिर स्थापित करने के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन शुभ माने गए हैं. मंगलवार, शनिवार और रविवार को मंदिर स्थापित करने की मनाही है.

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