सस्ते फोन बेचकर कैसे पैसे कमाती हैं कंपनियां? जानिए पूरा खेल 

27 Apr 2024

चीनी ब्रांड्स भारतीय बाजार में कई सस्ते फोन्स लॉन्च करते हैं. मार्केट में ऐसे फोन्स की भरमार है, लेकिन इन सस्ते डिवाइसेस को बेचकर कंपनी को फायदा क्या होता है.

सस्ते डिवाइस से फायदा कैसे? 

क्या आपने कभी सोचा है कि इन सस्ते स्मार्टफोन्स को बेचकर कंपनियां पैसे कैसे कमाती हैं. ब्रांड का मुनाफा सिर्फ हार्डवेयर से नहीं होता है. 

कहां से आता है प्रॉफिट? 

यानी कंपनियों ने आपको फोन बेचा, उसमें तो उनका प्रॉफिट होता ही है. इसके साथ ही चीनी स्मार्टफोन कंपनियां दूसरे तरीकों से भी पैसे कमाती है. 

दूसरे तरीकों को भी होता है यूज

अगर आपने गौर किया हो, तो इन सस्ते फोन्स पर काफी ज्यादा Ads आते हैं. सिर्फ Ads ही नहीं बल्कि बहुत से थर्ड पार्टी ऐप्स भी इसमें इंस्टॉल होते हैं.

दिखाए जाते हैं Ads 

स्मार्टफोन कंपनियां इन ऐप्स को प्री-इंस्टॉल्ड करती है. टेक्नोलॉजी के भाषा में इन्हें ब्लोटवेयर कहते हैं. ये ऐप्स आपको ऐड्स भी भेजते हैं. 

थर्ड पार्टी ऐप्स की भरमार 

यानी स्मार्टफोन्स कंपनियों का प्रॉफिट हार्डवेयर, प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स और थर्ड पार्टी ऐड्स के जरिए आता है. यही वजह है कि कंपनियां फोन की कीमत कम रख पाती हैं. 

कहां-कहां से पैसे कमाती हैं 

यूजर्स लंबे समय से ब्लोटवेयर और ऐड्स को लेकर अभी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. इस वजह से हाल फिलहाल में कंपनी ने ब्लोटवेयर्स की संख्या को कम किया है. 

यूजर्स करते रहते हैं शिकायत 

इसके साथ ही थर्ड पार्टी ऐड्स को रोकने के लिए यूजर्स को कुछ कंट्रोल दिए गए हैं. इनमें से कुछ सेटिंग आपको फोन सेटअप के वक्त करनी होती है. 

अब मिलता है ज्यादा कंट्रोल 

इसके अलावा सस्ते फोन्स में कंपनियां सॉफ्टवेयर अपडेट्स भी कम देती हैं. कुछ ब्रांड्स के प्रीमियम फोन्स में भी ऐड्स और ब्लोटवेयर आते हैं. 

अपडेट्स भी कम मिलते हैं