26 Mar 2024
दरअसल, मुंबई की एक प्राइवेटी कंपनी में काम करने वाले व्यक्ति को साइबर क्रिमिनल्स ने बड़ी ही चालाकी से चूना लगाया. साइबर फ्रॉड का ये केस करीब 1 महीने तक चला और इसमें 2 करोड़ रुपये लूट लिए.
दरअसल, विक्टिम महाराष्ट्र के ठाणे जिले के रहने वाले हैं. 21 दिसंबर को उन्हें एक मैसेज रिसीव हुई. मैसेज भेजने वाली एक महिला थी.
आरोपी महिला ने खुद को बिजनेस स्कूल से बताया और उसके बाद विक्टिम से पूछा कि क्या वह ऑनलाइन ट्रेडिंग में रुपये लगाना चाहते हैं?
एक बार विक्टिम द्वारा ऑनलाइन ट्रेडिंग में इंटरेस्ट दिखाया. उसके बाद विक्टिम को एक WhatsApp ग्रुप में शामिल होने को कहा.
वहां ग्रुप में पहले से दो लोग मौजूद थे, जिन्होंने खुद का नाम जय और आशिया बताया और वह इस ग्रुप के एडमिन थे.
कुछ दिन बात विक्टिम को एक लिंक रिसीव हुई, जिसकी मदद से उसे एक ऐप इंस्टॉल करने को कहा.
इसके बाद विक्टिम को शेयर मार्केटिंग से जुड़े हुए मैसेज आने लगे. इसके बाद विक्टिम को रुपये लगाने की इच्छा जागी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 जनवरी से 2 फरवरी के बीच विक्टिम ने कई तरह के शेयर खरीदे, इस दौरान उन्होंने करीब 2 करोड़ रुपये लगा दिए.
गौर करने वाली बात यह थी कि उस फर्जी ऐप के अंदर फेक कस्टमर केयर का नंबर भी दिया था. जहां यूजर्स अपने सवालों के जवाब ले सकता था.
उसे पता चला कि इनवेस्टमेंट के बाद वह 4.51 करोड़ रुपये की कमाई कर चुका है. इसके बाद वह कुछ रुपयों को निकालना चाहता था.
पुलिस ने बताया, जब विक्टिम ने 1.40 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की, तो उसकी रिक्वेस्ट को रिजेक्ट कर दिया. आरोपी ने इसके बाद 23.51 लाख रुपये एक्स्ट्रा पे करने को कहा.
इसके बाद विक्टिम ने अपने 2 करोड़ रुपये वापस मांगे, लेकिन उसे वे रुपये वापस नहीं किए गए. इसके बाद उसे समझ आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुका है.
गौर करने वाली बात यह थी कि उस फर्जी ऐप के अंदर फेक कस्टमर केयर का नंबर भी दिया था. जहां यूजर्स अपने सवालों के जवाब ले सकता था.