25 Apr 2024
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बीआर चोपड़ा की महाभारत टेलीविजन के यादगार शोज में से एक है. महाभारत ने सालों तक सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन ही नहीं किया, बल्कि कई कलाकारों को पहचान भी दी है.
महाभारत में गुरु द्रोणाचार्य के रोल में दिखे सुरेंद्र पाल के साथ भी ऐसा ही हुआ. उन्होंने द्रोणाचार्य के रोल को ऐसे निभाया कि लोग आज भी उन्हें भूल नहीं पाए हैं.
पर क्या आप जानते हैं कि जिस किरदार ने उन्हें घर-घर पहचान दी. वो उसे निभाना ही नहीं चाहते थे. ABP को दिये इंटरव्यू में एक्टर ने द्रोणाचार्य बनने की कहानी सुनाई है.
उन्होंने कहा- मुझे द्रोणाचार्य का रोल नहीं निभाना था. मैं हीरो बनने आया था. काफी अच्छी पर्सनैल्टी थी. खूबसूरत था, अच्छी आवाज थी. मुझे अर्जुन का रोल ना देकर बूढ़े का रोल दे रहे थे.
'पहले क्या होता था अगर आप एक बार कोई रोल निभा लें, तो फिर आपकी वही इमेज बनकर रह जाती थी. मुझे लगा नहीं यार मेरा करियर खराब हो जाएगा. शादी भी नहीं हुई थी.'
'मुझे लगा कि लोग बोलेंगे लड़का बुड्ढा है. इसलिये हो सकता है कि मेरी शादी भी ना हो. मुझे बहुत सारी चीजों का डर खाने लगा. मैंने बीआर चोपड़ा साहब से इस कह दिया कि ये बूढ़े का रोल नहीं करूंगा.'
'वहां डॉक्टर राही मासूम रज़ा साहब बैठे थे. वो पलटे और उन्होंने मुझे पर गुस्सा करते हुए कहा, द्रोणाचार्य बुड्ढा नहीं था. वो आर्मी का जनरल था समझे. वो चाहता तो दुर्योधन और अर्जुन ऐसे पैदा कर लेता.'
'थप्पड़ मारकर बैठा देता उनको इतना ताकतवर था. एक दिन में पूरी महाभारत को खत्म कर देता. इतना ताकतवर था. मैं नया-नया था वहां रोने लगा.'
'फिर बीआर चोपड़ा ने रवि चोपड़ा को बुलाया और कहा देख लो लड़के को. उन्होंने कहा कि पापा स्क्रीन टेस्ट ले लूं, तो उन्होंने कहा नहीं बेटा. ये टॉप टू बॉटम द्रोणाचार्य लग रहा है.'
'मैं महाभारत में अकेला ऐसा एक्टर था, जिसका कोई स्क्रीन टेस्ट नहीं हुआ. आज तक लोग मुझे लोग द्रोणार्चाय के रूप में जानते हैं.'
'भले ही उन्हें मेरा असली नाम नहीं पता है, लेकिन सब द्रोणाचार्य के रूप में जानते हैं.'
बता दें सुरेंद्र पाल को महाभारत के अलावा भारत एक खोज, चंद्रकांता, चाणक्य जैसे शोज के लिये जाना जाता है. सीरियल्स के अलावा उन्हें कई मूवीज में भी देखा गा है.