06 Apr 2025
By: Deepak Chaturvedi
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के रेसिप्रोकल टैरिफ के ऐलान के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों (Share Market) में हड़कंप मचा है.
तो दूसरी ओर ट्रंप टैरिफ की इस टेंशन का असर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी FPI पर भी पड़ा है और उन्होंने भारी बिकवाली की है.
बड़े लंबे समय के बाद आखिरकार विदेशी निवेशकों की बेरुखी कम हुई थी, लेकिन टैरिफ के साथ एक बार फिर से बढ़ गई है.
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 4 कारोबारी दिनों में ही एफपीआई ने भारतीय बाजारों से 10,355 करोड़ रुपये निकाले हैं.
डिपॉजिटरी के आंकड़े देखें, तो इससे पिछले सप्ताह 21 मार्च से 28 मार्च तक एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 30,927 करोड़ रुपये डाले थे.
लेकिन महीने की शुरुआत में ही 2 अप्रैल को Trump Tariff का ऐलान होने के साथ ही बिकवाली फिर से शुरू हो गई.
बता दें कि फरवरी 2025 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयरों से 34,574 करोड़ रुपये निकाले थे.
वहीं इससे पहले जनवरी 2025 में तो निकासी का आंकड़ा काफी बढ़ गया था और ये 78,027 करोड़ रुपये रहा था.
पीटीआई के मुताबिक, साल 2025 में अबतक एफपीआई की कुल बिकवाली 1.27 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.