जयंती नहीं, मनाया जाता है हनुमान जन्मोत्सव ?  जानें क्यों

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वानरों के राजा केसरी और अंजना के पुत्र हनुमान जी को संकटमोचक कहा जाता है.

उन्हें भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार माना गया है. 

श्रद्धा पुर्वक जो भी हनुमान जी पूजा करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोकामना की पूर्ति होती है.

अब भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाने की तैयारी में हैं.

लेकिन कुछ लोग हनुमान जयंती तो कुछ लोग हनुमान जन्‍मोत्‍सव कह रहे हैं, आखिर दोनों में अंतर क्या है और सही क्या है ? 

दरअसल में जयंती शब्द का इस्तेमाल उसके लिए किया जाता है जो संसार में जीवित नहीं है. 

मान्यता के अनुसार बजरंगबली को अमरता का वरदान मिला हुआ है.

कहा जाता है कि भगवान राम ने उन्हें अमरता का वरदान दिया था.जिसके बाद वे गंधमादन पर्वत पर निवास बना कर रहते हैं.