15 June 2025
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केदारनाथ के पास गौरीकुंड में हेलिकॉप्टर क्रैश की दुखद दुर्घटना में सात लोगों की जान चली गई, जिसमें महाराष्ट्र का 2 साल का बच्चा भी शामिल है.
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यह हादसा रविवार शुबह 5:20 बजे हुआ, जब हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर केदरानाथ मंदिर से गौरीकुंड लौट रहा था.
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इससे पहले 12 जून 2025 को अहमदाबाद टू लंदन AI-171 दुर्घनटना ग्रस्त हो गया था. उस हादसे में 265 की जान चली गई जिसमें प्लेन में सवार 241 लोग भी शामिल थे.
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फ्लाइट का ब्लैक बॉक्स और DVR बरामद कर लिया गया है. इससे हादसे की वजह पता चल सकती है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हेलिकॉप्टर में भी ब्लैक बॉक्स होता है या नहीं?
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हां, हेलिकॉप्टर में भी ब्लैक बॉक्स होता है. तकनीकी रूप से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) के रूप में जाना जाता है.
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airbus.com वेबसाइट के अनुसार, हेलिकॉप्टर में एक सिंगल कंबाइंड रिकॉर्डर होता है, जो उड़ान का समय, हेडिंग, ऊंचाई, पावर, तापमान, रोटर स्पीड, बाहरी तापमान आदि सभी डेटा को रिकॉर्ड करता है.
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हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स 800 से 1200 पैरमीटर्स के बीच ट्रैकिंग करता है. यह ब्लैक बॉक्स एक घंटे तक 1100°C का तापमान और 270 नॉट्स की स्पीड से टक्कर सहन कर सकता है.
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यह समुद्र में 14,000 फीट की गहराई तक भी सिग्नल भेज सकता है, जिससे हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद मिलती है.
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ब्लैक बॉक्स के डेटा से न केवल हादसों के कारणों का पता चलता है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुधार करने में भी मदद मिलती है.
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